rajasthan electricity crisis: कोयले की कमी से गहराया बिजली संकट, अंधेरे में डूबे गांव, राजधानी जयपुर में भी कई बार बत्ती गुल
rajasthan me bijli sankat: कोयले की कमी के चलते राजस्थान में बिजली संकट (rajasthan electricity crisi) गहराता जा रहा है। श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में थर्मल पावर स्टेशन (Suratgarh Super Thermal Power Plant) में भी कोयले की कमी का असर देखने लगा है। सूरतगढ़ थर्मल में 6 इकाइयों में बिजली उत्पादन ठप हो गया है।
श्रीगंगानगर
कोयले की कमी के कारण राजस्थान में एक बार फिर बिजली संकट गहरा गया है। ग्रामीण इलाकों में घंटों बिजली कटौती जारी है और अब शहरी क्षेत्रों में भी इसका असर दिखने लगा है। छोटे शहर ही नहीं राजधानी जयपुर में भी दिन में कई दफा पावर कट देखने को मिला है। उधर, श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में सुपर थर्मल पावर प्लांट की 6 इकाइयों में भी उत्पादन ठप हो गया है। अब यहां सिर्फ दो इकाइयों में उत्पादन हो रहा है। इनमे से एक इकाई 250 मेगावाट और दूसरी इकाई 660 मेगावाट क्षमता की है।
कोयले की कमी के कारण राजस्थान में एक बार फिर बिजली संकट गहरा गया है। ग्रामीण इलाकों में घंटों बिजली कटौती जारी है और अब शहरी क्षेत्रों में भी इसका असर दिखने लगा है। छोटे शहर ही नहीं राजधानी जयपुर में भी दिन में कई दफा पावर कट देखने को मिला है। उधर, श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में सुपर थर्मल पावर प्लांट की 6 इकाइयों में भी उत्पादन ठप हो गया है। अब यहां सिर्फ दो इकाइयों में उत्पादन हो रहा है। इनमे से एक इकाई 250 मेगावाट और दूसरी इकाई 660 मेगावाट क्षमता की है।
4 घंटे ग्रामीण और 1 घंटे शहरी क्षेत्रों में घोषित कटौती
विद्युत के कम उत्पादन को देखते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने ग्रामीण क्षेत्रों में 4 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 1 घंटे विद्युत कटौती शुरू कर दी है। वहीं श्रीगंगानगर शहर में बिजली लाइनों के रखरखाव के नाम पर 3 से 4 घंटे का कट विभिन्न क्षेत्रों में लगाया गया। कोयले की कमी के कारण उत्पन्न बिजली संकट को ध्यान में रखते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने जिले के कई कस्बो में सुबह 8 से 9 बजे तक 1 घंटे की विद्युत कटौती की है। हनुमानगढ़ जिले के भी कई कस्बो में 1 घंटे की कटौती की गई है। विद्युत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी जिला स्तर पर कटौती के निर्देश नहीं हैं।
विद्युत के कम उत्पादन को देखते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने ग्रामीण क्षेत्रों में 4 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 1 घंटे विद्युत कटौती शुरू कर दी है। वहीं श्रीगंगानगर शहर में बिजली लाइनों के रखरखाव के नाम पर 3 से 4 घंटे का कट विभिन्न क्षेत्रों में लगाया गया। कोयले की कमी के कारण उत्पन्न बिजली संकट को ध्यान में रखते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने जिले के कई कस्बो में सुबह 8 से 9 बजे तक 1 घंटे की विद्युत कटौती की है। हनुमानगढ़ जिले के भी कई कस्बो में 1 घंटे की कटौती की गई है। विद्युत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी जिला स्तर पर कटौती के निर्देश नहीं हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में काम हो रहा प्रभावित
विद्युत कटौती से व्यापार, कारोबार और कारखानों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। त्योहारी सीजन होने के कारण विद्युत की मांग बढ़ रही है। मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिलने से कारखानों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इसके साथ साथ किसानों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। किसान पहले ही सिंचाई पानी के आंदोलन के कारण परेशान हैं। वहीं दूसरी और बिजली कटौती से खेतों में ट्यूबवेल नहीं चल पाएंगे, ऐसे में फसलों का उत्पादन भी प्रभावित होने के आसार हैं।
विद्युत कटौती से व्यापार, कारोबार और कारखानों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। त्योहारी सीजन होने के कारण विद्युत की मांग बढ़ रही है। मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिलने से कारखानों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इसके साथ साथ किसानों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। किसान पहले ही सिंचाई पानी के आंदोलन के कारण परेशान हैं। वहीं दूसरी और बिजली कटौती से खेतों में ट्यूबवेल नहीं चल पाएंगे, ऐसे में फसलों का उत्पादन भी प्रभावित होने के आसार हैं।


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